20 August 2025 Gold Silver Price: भारत में सोना और चाँदी केवल धातु नहीं, बल्कि भावनाओं और परंपराओं से जुड़ी हुई धरोहर हैं। शादी-ब्याह, त्यौहार और निवेश – हर मौके पर इनका महत्व अलग ही रहता है। ऐसे में रोज़ाना इनके दाम जानना हर किसी के लिए जरूरी हो जाता है।
आज, वैश्विक बाजार की हलचल और डॉलर की ताकत के बीच, सोने में हल्की गिरावट आई है, जबकि चांदी ने अपनी मजबूती बरकरार रखी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर चल रही चर्चाओं ने बाजार को प्रभावित किया है। अगर आप इनमें निवेश की सोच रहे हैं, तो त्योहारी मौसम से पहले यह सुनहरा अवसर हो सकता है।
आइए जानते हैं आज 20 अगस्त 2025 को भारत के अलग-अलग शहरों में सोने और चाँदी का लेटेस्ट रेट और साथ ही समझते हैं कि ये भाव क्यों बदलते हैं।
शहरवार दरें: प्रमुख शहरों में अंतर समझें
भारत में सोने और चांदी की कीमतें शहरों के अनुसार अलग-अलग होती हैं, क्योंकि इसमें स्थानीय कर, परिवहन लागत, ज्वैलर्स के मेकिंग चार्जेस और मांग-आपूर्ति शामिल होती है। उदाहरण के लिए, दक्षिण भारत में सोने की सांस्कृतिक मांग ज्यादा होने से कीमतें थोड़ी ऊंची रहती हैं। नीचे प्रमुख शहरों की आज की दरें दी गई हैं (सभी 24 कैरेट सोने और 999 चांदी के लिए, प्रति 10 ग्राम):
20 August 2025 Gold Silver Price Check
शहर |
24 कैरेट सोना (₹/10g) |
22 कैरेट सोना (₹/10g) |
चांदी (₹/10g) |
दिल्ली |
1,00,890 |
92,490 |
1,202 |
मुंबई |
1,00,150 |
91,800 |
1,195 |
कोलकाता |
1,00,740 |
92,340 |
1,210 |
बेंगलुरु |
1,00,740 |
92,340 |
1,192 |
चेन्नई |
1,00,761 |
92,360 |
1,298 |
हैदराबाद |
1,00,740 |
92,340 |
1,260 |
अहमदाबाद |
1,00,712 |
92,320 |
1,180 |
दिल्ली और मुंबई जैसे उत्तरी शहरों में सोने की कीमतें थोड़ी ऊंची हैं, क्योंकि यहां निवेश मांग ज्यादा है। वहीं, चेन्नई में चांदी की दरें ज्यादा हैं, जो स्थानीय औद्योगिक उपयोग से जुड़ी हैं। अगर आप ज्वैलरी खरीद रहे हैं, तो 5-15% मेकिंग चार्जेस और 3% जीएसटी जोड़ें। छोटे शहरों जैसे जयपुर या सूरत में कीमतें 1-2% कम हो सकती हैं, क्योंकि वहां ज्वैलरी निर्माण केंद्र हैं।
(Gold Silver Price) सोने-चाँदी की कीमतें क्यों बदलती हैं?
बहुत से लोग रोज़ यही सवाल करते हैं – “आखिर रोज़ाना सोने और चाँदी का भाव ऊपर-नीचे क्यों होता है?” तो आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर – अमेरिका, यूरोप और चीन में क्या हो रहा है, इसका सीधा असर भारत के सोने-चाँदी पर पड़ता है।
- डॉलर की मजबूती – जब डॉलर मजबूत होता है तो गोल्ड कमजोर पड़ता है।
- फेस्टिव सीजन की मांग – भारत में त्यौहारों और शादी के मौसम में डिमांड बढ़ती है, जिससे दाम चढ़ जाते हैं।
- सरकारी नीतियां और टैक्स – इम्पोर्ट ड्यूटी और GST का भी सीधा असर पड़ता है।
- जियोपॉलिटिकल तनाव – युद्ध या अंतरराष्ट्रीय विवादों के समय सोना सुरक्षित निवेश माना जाता है, इसलिए दाम तेजी से बढ़ते हैं।
MCX और ग्लोबल मार्केट का हाल
आज MCX (Multi Commodity Exchange) में अक्टूबर फ्यूचर्स ₹98,650 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहे हैं। वहीं, ग्लोबल मार्केट में डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेड की नीतियों के कारण सोना फिलहाल रेंज-बाउंड है।
चाँदी के सितंबर कॉन्ट्रैक्ट्स MCX पर ₹1,10,900 प्रति किलो के आसपास कारोबार कर रहे हैं। यानी चाँदी की कीमतों में भी हल्की गिरावट जारी है।
ग्राहकों और निवेशकों के लिए मायने
आज के सोने और चाँदी के रेट आम खरीदार और निवेशक दोनों के लिए अहम हैं।
- ज्वेलरी खरीदने वालों के लिए: कीमतें स्थिर होने से अभी खरीदारी का अच्छा समय है।
- निवेशकों के लिए: सोने और चाँदी में शॉर्ट-टर्म उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, इसलिए लंबी अवधि का निवेश ज्यादा सुरक्षित है।
- चाँदी प्रेमियों के लिए: कीमतें थोड़ी कम होने के कारण सिल्वर आर्टिकल्स और ज्वेलरी खरीदना सस्ता साबित हो सकता है।
निवेश के लिए सुझाव
- लॉन्ग-टर्म निवेशक: गोल्ड बॉन्ड्स और गोल्ड ETF में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
- शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स: MCX पर प्राइस मूवमेंट का फायदा उठा सकते हैं, लेकिन रिस्क को ध्यान में रखें।
- चाँदी में निवेश: इंडस्ट्रियल डिमांड को देखते हुए आने वाले समय में चाँदी का महत्व और दाम दोनों बढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष (Gold Silver Price)
20 अगस्त 2025 को भारत में सोने और चाँदी की कीमतें कुल मिलाकर स्थिर से लेकर हल्की गिरावट वाले रुझान में रहीं। सोना ~₹98,500 से ₹99,000 प्रति 10 ग्राम के बीच रहा, जबकि चाँदी ~₹1,15,000 प्रति किलो पर कायम रही।
आने वाले दिनों में अमेरिकी फेड की नीतियां और अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियां इनकी कीमतों की दिशा तय करेंगी। इसलिए यदि आप शादी या त्योहार के लिए ज्वेलरी खरीदने की सोच रहे हैं तो यह सही समय हो सकता है। वहीं, निवेशकों को ग्लोबल ट्रेंड्स पर नज़र बनाए रखनी चाहिए।