आशीष नेहरा भारतीय क्रिकेट के उन नामों में से हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा, मेहनत, और संजीदा व्यक्तित्व के कारण खेल जगत में खास पहचान बनाई। उनके करियर के कई दिलचस्प पहलू हैं जो हर क्रिकेट प्रेमी को जानने चाहिए। आइए, आशीष नेहरा की ज़िंदगी और करियर के कुछ ऐसे ही खास और रोचक तथ्यों पर नज़र डालते हैं।
आशीष नेहरा का क्रिकेट करियर: चोटों से भरा संघर्ष
आशीष नेहरा के करियर की सबसे खास बात यह रही कि उन्हें कई बार चोटों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनके घुटनों, टखनों, और पीठ में कई बार सर्जरी हुई, लेकिन नेहरा ने हर बार मैदान में वापसी की। उनके नाम पर 12 से ज्यादा सर्जरी दर्ज हैं, फिर भी वह हमेशा भारतीय क्रिकेट टीम के अहम सदस्य बने रहे।
2003 विश्व कप में नेहरा की यादगार गेंदबाज़ी
2003 क्रिकेट विश्व कप में आशीष नेहरा ने इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच में 6 विकेट लेकर इतिहास रचा। उन्होंने उस मैच में सिर्फ 23 रन देकर इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी को तहस-नहस कर दिया। खास बात ये थी कि उस मैच में नेहरा बुखार से पीड़ित थे, फिर भी उन्होंने ज़बरदस्त प्रदर्शन किया। उनका यह प्रदर्शन आज भी भारतीय क्रिकेट के सबसे यादगार पलों में गिना जाता है।
आशीष नेहरा की फिटनेस और लंबी उम्र
आमतौर पर तेज़ गेंदबाज़ों का करियर लंबा नहीं होता, लेकिन नेहरा ने 38 साल की उम्र तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। उनकी फिटनेस और मेहनत की बदौलत उन्होंने इतने लंबे समय तक भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। नेहरा का मानना था कि उम्र केवल एक संख्या है, असली ताकत इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास में होती है।
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नेहरा का सादगी भरा जीवन
आशीष नेहरा मैदान पर जितने आक्रामक नजर आते थे, मैदान के बाहर उतने ही सादगी से जीते थे। वह खुद को लाइमलाइट से दूर रखते थे और सोशल मीडिया पर भी ज्यादा सक्रिय नहीं रहते थे। यही कारण है कि वह क्रिकेट जगत के सबसे शांत और विनम्र खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं।
आईपीएल में कोचिंग करियर की शुरुआत
खिलाड़ी के रूप में संन्यास लेने के बाद आशीष नेहरा ने कोचिंग की दुनिया में कदम रखा। उन्हें आईपीएल की टीम सनराइजर्स हैदराबाद के गेंदबाजी कोच के रूप में नियुक्त किया गया, जहां उनकी गहरी समझ और अनुभव का फायदा युवा खिलाड़ियों को मिला। इसके अलावा, उन्होंने 2022 में गुजरात टाइटंस टीम के मुख्य कोच के रूप में भी अपनी छाप छोड़ी, जहां उन्होंने टीम को चैंपियन बनाया।
नेहरा का अनोखा बॉलिंग एक्शन
आशीष नेहरा का गेंदबाजी एक्शन हमेशा चर्चा का विषय रहा है। उनके लंबे और दुबले शरीर के साथ उनका एक्शन काफी अनोखा था, जो उन्हें दूसरे गेंदबाजों से अलग बनाता था। उनका एक्शन गेंद को स्विंग कराने में काफी मददगार था, खासकर तब जब वह नई गेंद से गेंदबाजी करते थे।
पारिवारिक व्यक्ति
आशीष नेहरा एक पारिवारिक व्यक्ति हैं और अपने परिवार से बेहद करीब हैं। उन्होंने रुष्मा से शादी की, और दोनों के दो बच्चे हैं। वह अपने बच्चों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं और क्रिकेट से दूर अपनी निजी जिंदगी को बेहद सामान्य और साधारण तरीके से जीते हैं।
नेहरा जी की मजेदार कहानियां
आशीष नेहरा के बारे में एक और मजेदार बात यह है कि वह अपने सीधे-सादे और हाजिरजवाबी वाले स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। नेहरा के कई किस्से भारतीय क्रिकेट टीम में बेहद मशहूर हैं, जिसमें उनके टीम के साथियों के साथ उनके मजाक और हंसी-ठिठोली के पल भी शामिल हैं। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली भी नेहरा की हाजिरजवाबी के बड़े फैन रहे हैं।
नेहरा का संन्यास – एक यादगार पल
आशीष नेहरा ने 2017 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया। उनका आखिरी मैच दिल्ली में न्यूजीलैंड के खिलाफ था, जहां दर्शकों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। नेहरा के लिए यह पल खास इसलिए भी था क्योंकि उन्होंने अपने घरेलू मैदान पर क्रिकेट को अलविदा कहा।
नेहरा का क्रिकेट प्रेम
नेहरा का क्रिकेट के प्रति प्यार और जुनून असीमित है। उन्होंने कई बार इंटरव्यू में कहा है कि भले ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया हो, लेकिन उनका दिल हमेशा क्रिकेट के साथ धड़कता रहेगा। वह आज भी युवा गेंदबाजों को प्रेरित करते हैं और उनकी मदद करते हैं ताकि भारतीय क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल रहे।
निष्कर्ष:
आशीष नेहरा की कहानी प्रेरणादायक है। चाहे मैदान पर उनका धैर्य हो या मैदान के बाहर उनका सरल व्यक्तित्व, उन्होंने हर पहलू में अपने फैंस का दिल जीता है। उनके करियर में आई चुनौतियों को उन्होंने जिस जज़्बे के साथ पार किया, वह हर युवा खिलाड़ी के लिए एक मिसाल है।